Page 24 - NIS Hindi 01-15 August,2023
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आवरण किा
अ्मृत ्महोत्सि
्जमा करने, राशन लेने, नामांकन कराने, पररणाम और प्रमाण
परि लेने और बैंकों में लाइन ्जैसी स्स्थित्ि लोगों को र्ं्टों परेशान
करिी थिी, लेत्कन आ्ज सबका समाधान हो चुका है। िकनीक दुवनया के वलए 21िीं सदमी भारत कमी सदमी
के ्जररए सुगमिा लाकर सुत्िधाओं के त्लए ऑनलाइन व्यिस्थिा है। ह्म लगातार यते सुनतते आए हैं लतेवकन ्मैं य
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हो चुकी है। आ्ज ्जन्म प्रमाण परि से लेकर िररष््ठ नागररक की
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पहचान देने िाले ्जीिन प्रमाण परि िक, सरकार की अत्धकिर कहंगा वक भारत के वलए यते सदमी कत्षव्यों कमी
सेिाएं त्डत््ज्टल हैं। आ्ज त्डत््ज्टल गिन�स का एक बेहिरीन सदमी है। ह्में इसमी सदमी ्में, अगलते 25 सालों ्में
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इंफ्ास्ट्क्चर भारि में है। ्जनधन-मोबाइल और आधार (्जैम नए भारत के स्िवण्ष्म लक्षय तक पहंचना है। इन
त्ट्त्न्टी) की त्रिशस्क्ि का देश के गरीब और मध्यम िग्ण को लक्षयों तक ह्में ह्मारते कत्षव्य हमी लतेकर जाएंगते।
सबसे अत्धक लाभ हुआ है। इंडस्ट्ी 4.0 के त्लए ्जरूरी कौशल इसवलए, यते 25 साल दतेश के वलए कत्षव्य पथ
िैयार करने के त्लए आ्ज स्कूल के स्िर पर भी फोकस है। करीब
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10 ह्जार अ्टल त््टंकररंग लैब में आ्ज 75 लाख से अत्धक पर चलनते के साल हैं। यते कत्षव्य भािना स
छारि-छारिाएं इनोिेशन पर काम कर रहे हैं। नई राष्ट्ीय त्शक्षा स्ियं को स्मवप्षत करनते का कालखंड है।
नीत्ि में भी ्टरे�ॉलॉ्जी को महत्ता दी गई है। अ्टल इन्क्यूबेशन
सें्टर का एक बहुि बड़ा ने्टिक्फ देश में िैयार त्कया ्जा रहा - नरेंद्र ्मोदमी, प्रधान्मंत्मी
है। इसी प्रकार, पीएम ग्रामीण त्डत््ज्टल साक्षरिा अत्भयान यानी
पीएम-त्दशा देश में त्डत््ज्टल सशक्िीकरण को प्रोत्सात्हि करन े ले पा रहा है क्योंत्क दशकों बाद देश ने एक म्जबूि और स्स्थिर
का एक अत्भयान चला रहा है। सरकार चुनी है। आ्ज पूरी दुत्नया में भारि को लेकर सोच
अब अमृि काल में नए भारि का लक्षय अपने स्िाधीनिा में इिनी सकारात्मकिा इसत्लए है, क्योंत्क यहां एक म्जबूि
सेनात्नयों के सपनों को पूरा करना है। नए भारि को उनके सपनों सरकार है। आने िाले 25 साल यानी आ्जादी के अमृि काल में
का भारि बनाना है। एक ऐसा भारि- त््जसमें गरीब, त्कसान, त्िकत्सि भारि के त्नमा्णण के त्लए यही स्स्थिरिा, यही म्जबूिी
म्जदूर, त्पछड़ा, आत्दिासी सबके त्लए समान अिसर हों। त्पछले आिश्यक है, त््जसे देश के ्जन-्जन को आगे बढ़ाना है। बीि े
नौ िषगों से देश ने इसी संकल्प को पूरा करने के त्लए नीत्ियां भी दशकों में देश के ्जन-्जन ने अपने काम से भारि की सशक्ि
बनाईं और पूरी त्नष््ठा से काम भी त्कया है। अमृि काल में भारि छत्ि बनाई है िो अमृि महोत्सि ने 9 िषगों की यारिा से अमृि
की सोच समािेशी है और करोड़ों लोगों की आकांक्षाओं को पूरा काल को एक आधार प्रदान त्कया है। इस कारण आ्जादी के
करने में ्जु्टा है। अमृि काल में यानी आने िाले 25 साल में अपेक्षाएं और बढ़
अमृि काल के त्लए त्िरा्ट संकल्प के साथि भारि अग्रसर है। गई हैं क्योंत्क आ्ज भारि का हर नागररक स्ियं में सफलिा की
आत्थि्णक हो या सामात््जक, देश आ्ज त्नणा्णयक फैसला इसत्लए कहानी भी है और उसका िाहक भी। n
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22 न्ययू इंटडया समेाचार 1-15 अगस्त 2023