Page 18 - NIS Hindi 16-31 May 2023
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                                          नई पहल और नई परंपराओं का उद्य

                                  उदवी्यमाि हो रोहीं िए




                                  भारोर् में िई परोंपरोाएं







           देश को नई वदशा देने के वलए बीते 9 वर्षषों मेें केंद्र सरकार ने दीघ्तकावलक दृक्ष््टकोण के साथ कई नई पहल और
            ्योिनाओं की शुरुआत की है। लेवकन वनरंतरता ्यानी पुराने को संवारते हुए परंपराओं और लीक से ह्टकर
          िनसहभावगता से िनकल््याण की सोच के साथ कुछ ऐसे अभूतपूव्त कदमे उठाए गए हैं िो नए भारत की ववकास
          ्यात्ा मेें मेील के पत्थर बन गए हैं। इनमेें शावमेल हैं- नई राष्ट्री्य वशक्ा नीवत, स््टा्ट्टअप, स््टैंडअप, बे्टी बचाओ-
          बे्टी पढ़ाओ और मेवहला से िड़ी ्योिनाएं, बि्ट सुधार, कौशल ववकास, वकसान सम्मेान वनवध और अन््य ककृवर्ष
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                           ्योिनाएं, उड़ान, ्यूपीआई, खेलो इंवड्या, प्या्तवरण आवद की नई पहल…...


                                                                                     ्द
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        “सरकार कहो बजट से जुड़ी ्घहोषणाओं कहो लाग्द करने म ब्हुत   “्हमारे देश म सरकारों का मल्याकन, सरकार की शष््तत का
                                                                          ें
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                                                                                           ें
        मदद खमलेगी। परी सरकार की टीम कहो बजट के प्हले ब्हुत   आकलन, सरकार के परफॉमस की बात, ज्यादातर कौन सरकार
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        म्हनत  करनी  ्हहोती  ्है।  लखकन  बजट  के  बाद  ख्हतधारकों  स  े  खकतनी बड़ी ्घहोषणा करती र्ही ्है उसके ्ही आस-पास र्ही ्है।
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        संवाद की इतनी बड़ी प्हल, ये म समझता ्हं उससे भी ज्यादा   लखकन प्हली बार ये मानदंड बदल र्हे ्ह, अवधारणा बदली ्है।
        पररणामकारी ्हहोगी। अब ्हमने बजट एक म्हीना प्हले खकया   ्हमारी सरकार का मल्याकन उसके खडखलवरी खसस्टम से ्हहो र्हा
                                                                             ्द
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        ्है। एक म्हीना प्दवदू करने का मतलब ्है मुझे देश की आखथदूक   ्है।  ्हकदार कहो ्हक प्हंचाना ये ्हमारी सरकार की खवशेषता र्ही
                                                                                                  ं
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        व्यवस्था कहो एक म्हीना प्हले दौड़ाना ्है।”           ्है। ये देश म सरकार के कामकाज का नया म्दलमत् ्है।”
          “आपने दिा ्हहोगा खक पद्म श्ी और पद्म-खवभषण अवॉड  ्ड  य्ह आरंभ ्है एक नए भारत की नींव का। ज्हां कद्र सरकार
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                                                                                     े
        कैसे खमलते थे? कहोई नेता खसफाररश कर दे, सरकार खसफाररश   केवल  इंफ्ा  के  स्तर  पर  कनष््तटखवटी  न्हीं,  बष्ल्क  संवाद,
                                                                                          े
        करे, ्हमने क्हा खक खसफाररश की जरूरत न्हीं ्है। ऑनलाइन   सामाखजक, बौखधिक, ्हर तर्ह की कनष््तटखवटी पर नए आयाम
        कहोई भी व्यष््तत िुद के खलए, खकसी के खलए खववरण भेज सकता   स्थाखपत खकए ्ह। ललीक से हटकि शुरू कली गई पहल नए भाित के
                                                                         ैं
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        ्है। खकसी ने क्हीं अिबार म पढ़ा ्हहो, कतरन भेज सकता ्है। अब   बदलाव कली पटकथा तर्ाि कि िहली है, तानक 2047 म देश जब अपनली
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        आपने दिा ्हहोगा, ऐसे-ऐसे लहोगों कहो पद्म श्ी खमल र्हा ्है, जहो   आजादली कली शताब्दली वषयागा्ठ मनाए, तब इन्हीं संकल्पों कली नसनद्ध उस  े
                                                                                ं
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        गुमनाम नायक ्ह।”                                     दुननर्ा के शस्क्तशालली दशों म शुमाि किा सके।
         16  न््ययू इंडि्या समाचार   16-31 मई 2023
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