Page 37 - NIS Hindi 01-15 October, 2025
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                                                                           आलेेख भापोेन हजीारि�केा जीन्म शे�ाब्दीी �ष ष


          काशी से आगौे बढ़ाी जीवन र्यात्राा र्मं तिफर उन्हंने अर्मेरिरका र्मं कछो सर्मर्य   ‘एके भाारोतों, श्रेेष्ठ भाारोतों' केी भाावाना
                                                   ु
        तिबर्ताार्या। वहा� उन्हंने अपूने सर्मर्य के नार्मचीन तिवद्वाानं, तिवचारकं और   केा प्रतितोंतिबेबे भांपेन देा केा जीीवान
                                                                           ं
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        सगौीर्ताकारं स सवादे तिकर्या। व पूॉली रोबसन स तिर्मली, जो तिदेग्गौज कलीाकार और
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        तिसतिवली राइट्स नर्ताा थाे। रोबसन का गौीर्ता “Ol’ Man River” उनके कालीजर्यी   भोपीेन �जुारिरेंकॉा कॉी जुयोंती पीरें प्रैधुानमात्री माोदेी ने एकॉ �� लि��कॉरें अपीनी
                                                                                       ु
        गौीर्ता ‘तिबश्टेीरनो पूरोरे’ की प्रेरर्णा बना। अर्मेरिरका की पूवम प्रथार्म र्मतिहलीा एलीेनॉर   भोावनाएं व्योंक्त कॉी थेी, तो 13 लि�तंबरें कॉो गवा�ाटूी मां उनकॉे जुन्मा शताब्देी
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                                                                                         ू
        रूजवे�टे ने भांारर्ताीर्य लीोकस�गौीर्ता प्रस्र्ताुतिर्तार्यं के तिलीए उन्हं गौो�ड र्मेडली भांी तिदेर्या।  वषच पीरें आयोंोलिजुत �माारेंो� मां लि�स्�ा लि�योंा। भोपीेन देा कॉे अमाूल्यों योंोगदेान कॉा
                                                                             ं
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          भांपूेन हजारिरका, स�गौीर्ता के साथा ही र्मा� भांारर्ताी के भांी सच्चोे उपूासक थाे।   स्मारेंण कॉरेंते �ुए प्रैधुानमात्री माोदेी ने कॉ�ा लिकॉ भोपीेन �जुारिरेंकॉा कॉो प्योंारें �े ‘शधुा
                                                             कॉॉन्ठो’ कॉ�ते थेे। यों� उन ‘शधुा कॉॉन्ठो’ कॉा जुन् मा शताब् देी वषच �ै लिजुन्�ंने भोारेंत
                                                                               ु
        भांपूेन देा के पूास अर्मेरिरका र्मं रहने का तिवक�पू थाा, लीतिकन वे भांारर्ता लीौटे आए   कॉी भोावनाओं कॉो आवाजु देी। लिजुन्�ंने �गीत कॉो �वदेना �े जुोड़ेा औरें �गीत
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        और स�गौीर्ता साधाना र्मं डूब गौए। रतिडर्यो से लीेकर र�गौर्मच र्ताक, तिफ�र्मं से लीेकर   मां भोारेंत कॉे �पीनं कॉो �जुोयोंा। लिजुन्�ंने माां गगा �े माां भोारेंती कॉी कॉरुणा कॉो
                                                                                         ं
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        एजकेशनली डॉक्र्यर्मट्री र्ताक, हर र्मार्ध्र्यर्म र्मं वे पूार�गौर्ता थाे। जहा� भांी गौए, नई   कॉ� �नायोंा। भोपीेन देा ने गगा ब�ती �ो क्योंं• जु�ी कॉई अमारें रेंर्चनाएं रेंर्ची जुो
                                                                             ं
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        प्रतिर्ताभांाओं को सर्मथामन तिदेर्या।                अपीने स् वरेंं �े भोारेंत कॉो जुोड़ेती रें�ी औरें भोारेंत कॉी पीीलि�योंं कॉो झीकॉझीोरेंती
                                                                     ं
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          भांपूेन देा की रचनाए काव्र्यात्र्मक संदेर्य से भांरी रहं और साथा-साथा उन्हंन  े  रें�ी। प्रैधुानमात्री माोदेी ने कॉ�ा लिकॉ �मा उनकॉे गीतं मां माां भोारेंती कॉे लि�ए इतना
                                                              े
        सार्मातिजक सदेेश भांी तिदेए। गौरीबं को न्र्यार्य, ग्रार्मीर्ण तिवकास, आर्म नागौरिरक की   प्रैमा इ�लि�ए देे�ते �ं क्योंंलिकॉ वो एकॉ भोारेंत, श्रेेष्ठ भोारेंत कॉी भोावना कॉो जुीते
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                                                             थेे। �माारेंी �रेंकॉारें ने भोपीेन देा कॉो भोारेंत रेंत्न देेकॉरें, पीवोत्तारें कॉे �पीनं औरें
                                                                                              ू
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        र्तााकर्ता, ऐसे अनेक तिवषार्य उन्हंने उठाए। उनके गौीर्तां ने नातिवकं, चार्य बागौान   स्वालिभोमाान कॉा �म्माान लिकॉयोंा। भोपीेन देा, भोारेंत कॉी एकॉता औरें अ��ता कॉे
                                                                                ू
                                                                                                     ं
        के र्मजदेरं, र्मतिहलीाओं, तिकसानं की आका�क्षााओं को आवाज देी। उनकी रचनाए  �  मा�ान नायोंकॉ थेे। गवा�ाटूी मां आयोंोलिजुत जुन्मा शताब्देी �माारेंो� यों� प्रैरेंणा देे
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                                                                                                       े
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        लीोगौं को पूरानी स्र्मृतिर्तार्यं र्मं लीे जार्ताी थां, साथा ही, उन्हंने आधातिनकर्ताा को   रें�ी �ै लिकॉ भो�े भोपीेन देा शारेंीरिरेंकॉ रूपी �े �माारेंे बीर्च न�ं �ं, �लिकॉन उनकॉे गीत
                                                                                                   े
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                                     ु
        देेखने का एक सशक्र्ता नजरिरर्या भांी तिदेर्या। बहर्ता से लीोगौ, खासकर सार्मातिजक   औरें उनकॉी आवाजु आजु भोी भोारेंत कॉी लिवकॉा� योंात्रा कॉे �ाक्षाी �ं। यों� �माारेंो�
                                                              ू
        रूपू से व�तिचर्ता र्ताबकं के लीोगौ, उनके स�गौीर्ता से शल्किक्र्ता और आशा पूार्ताे रहे...  भोपीेन देा कॉे जुीवन औरें उनकॉी लिवरेंा�त कॉो �म्माालिनत कॉरेंता �ै, लिजुनकॉा
                                                                    ं
                                                                                   ृ
        और आज भांी पूा रहे हं।                               अ�लिमायोंा �गीत, �ालि�त्यों औरें �ंस्कॉलित मां योंोगादेन अलिद्वातीयों �ै।
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          भांपूेन देा की जीवन र्यात्राा र्मं ‘एक भांारर्ता, श्रेष्ठ भांारर्ता’ की भांावना का स्पूष्टे
                                                                े
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        प्रभांाव तिदेखर्ताा है। उनकी रचनाओं ने भांाषाा और क्षात्रा की सीर्माए र्ताोड़ेकर एकजटे   पूर देखा, उनके अतिर्तार्म सस्कार र्मं लीाखं लीोगौ पूहचे। हर आख नर्म थाी। जीवन
                                                                                                  �
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        तिकर्या। उन्हंने असतिर्मर्या, बा�ग्लीा और तिहन्देी तिफ�र्मं के तिलीए स�गौीर्ता रचा। उनकी   की र्तारह, र्मृत्र्यु र्मं भांी उन्हंने लीोगौं को साथा लीा तिदेर्या। इसतिलीए उन्हं जलीुकबाड़ेी
        आवाज र्मं जो पूीड़ेा थाी, वो बरबस हर्म सभांी का र्ध्र्यान खंच लीर्ताी थाी। ‘तिदेली   की पूहाड़ेी पूर ब्रह्मपूत्रा की ओर देेखर्ताे हुए अतिर्तार्म तिवदेाई देी गौई, वही नदेी जो
                                                                                         �
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        हर्म हर्म करे’ र्मं जो पूीड़ेा बहर्ताी है, वो सीधाे तिदेली की गौहराइर्यं को छोू लीर्ताी है।   उनके स�गौीर्ता, उनके प्रर्ताीकं और उनकी स्र्मृतिर्तार्यं की जीवनरेखा रही है। अब
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                                                                     ु
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        और जब वे पूछोर्ताे हं, ‘गौ�गौा बहर्ताी है क्र्य�’, र्ताो ऐसा लीगौर्ताा है र्मानो हर आत्र्मा   र्ये देेखना बहर्ता सुखदे है तिक असर्म सरकार भांपूेन हजारिरका क�चरली ट्रस्टे क  े
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        को झेकझेोर कर जवाब र्मागौ रहे हं।                    कार्यं को बढ़ाावा देे रही है। र्यह ट्रस्टे र्यवा पूीढ़ाी को भांपूेन देा की जीवन र्यात्राा
                                                                                               ू
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          उन्हंने पूरे भांारर्ता के सार्मने असर्म को सनार्या, तिदेखार्या, र्महसूस करार्या।   से जोड़ेने र्मं जटेा है।
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        र्यह कहना अतिर्ताशर्योल्किक्र्ता नहं होगौा तिक आधाुतिनक असर्म की सा�स्कृतिर्ताक   भांपूेन देा की सा�स्कृतिर्ताक तिवरासर्ता को सम्र्मान देने के तिलीए देेश के सबसे बड़े  े
                                                                                            े
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        पूहचान को गौढ़ाने र्मं उनका बड़ेा र्योगौदेान रहा। असर्म के भांीर्तार और देतिनर्या   पूली को भांपूेन हजारिरका सर्ताु नार्म तिदेर्या गौर्या। 2017 र्मं जब र्मुझेे इस सर्ताु क  े
                                                                              े
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        भांर के असतिर्मर्या प्रवातिसर्यं, देोनं के तिलीए वो असर्म की आवाज बने। भांपूेन देा   उद्घाटेन का अवसर तिर्मलीा, र्ताो र्मने र्महसूस तिकर्या तिक असर्म और अरुर्णाचली...
                                                    ू
        राजनीतिर्ताक व्र्यल्किक्र्ता नहं थाे, तिफर भांी जनसेवा की देतिनर्या से जड़ेे रहे। 1967 र्म  ं  इन देो राज्र्यं को जोड़ेने वालीे, उनके बीच की देरी कर्म करने वालीे इस सर्ता  ु
                                                                                                            े
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                                                                   ू
        वे असर्म के नौबोइचा से तिनदेमलीीर्य तिवधाार्यक चने गौए। र्यह तिदेखार्ताा है तिक लीोगौं   के तिलीए भांपूेन देा का नार्म सबसे उपूर्युक्र्ता है।
                                     ु
        को उन पूर तिकर्ताना गौहरा तिवश्वास थाा। उन्हंने राजनीतिर्ता को अपूना करिरर्यर   उनका जीवन हर्मं करुर्णा की शल्किक्र्ता का एहसास करार्ताा है। लीोगौं को सुनन  े
                                                                            ु
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        नहं बनार्या, लीतिकन हर्मेशा लीोगौं की सवा र्मं जुटेे रहे। भांारर्ता की जनर्ताा और   और अपूनी तिर्मट्टीी से जड़ेे रहने की सीख देर्ताा है। उनके गौीर्ता आज भांी बच्चों
                                                                            ु
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        भांारर्ता सरकार ने उनके र्योगौदेान का सम्र्मान तिकर्या। उन्हं पूद्मश्री, पूद्मभांषार्ण,   और बजगौं, देोनं की ज़ोंबान पूर हं। उनका स�गौीर्ता हर्मं र्माननीर्य और साहसी
                                                                                               ू
        पूद्मतिवभांषार्ण, देादेासाहेब फा�के अवाडड सर्मर्ता कई सम्र्मान तिर्मलीे। 2019 र्मं हर्मार  े  बनना तिसखार्ताा है। वह हर्मं अपूनी नतिदेर्यं, अपूने र्मजदेरं, अपूने चार्य बागौान
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        कार्यमकाली के देौरान उन्हं भांारर्ता रत्न तिर्मलीा। र्यह र्मरे तिलीए और एनडीए सरकार   के कार्मगौारं, अपूनी नारी शल्किक्र्ता और अपूनी र्यवा शल्किक्र्ता को र्यादे रखने को
                                                                                           ु
        के तिलीए भांी सम्र्मान की बार्ता थाी। देतिनर्या भांर र्मं, खासकर असर्म और उत्तीर-पूवम   कहर्ताा है। वह हर्मं तिवतिवधार्ताा र्मं एकर्ताा पूर भांरोसा करने के तिलीए प्रेरिरर्ता करर्ताा है।
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        के लीोगौं ने, इस अवसर पूर खशी जर्तााई। र्यह उन तिस�ार्तां का सम्र्मान थाा,   भांारर्ता भांपूेन हजारिरका जसे रत्न से धान्र्य है। जब हर्म उनके शर्ताा�देी वषाम का
                                                                              ै
        तिजन्हं भांपूेन देा तिदेली से र्मानर्ताे थाे। वो कहर्ताे थाे तिक सच्चोाई से तिनकलीा स�गौीर्ता   आर�भां कर रहे हं, र्ताो आइए र्यह सक�पू लीं तिक उनके सदेेश को देूर-देूर र्ताक
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                                                                                   �
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        तिकसी एक देार्यरे र्मं तिसर्मटे कर नहं रहर्ताा। एक गौीर्ता लीोगौं के सपूनं को पूख   पूहचाए�गौे। र्यह सक�पू हर्मं स�गौीर्ता, कलीा और सस्कृतिर्ता के तिलीए और कार्म करने
                                                               �
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        लीगौा सकर्ताा है, और देतिनर्या भांर के तिदेलीं को छोू सकर्ताा है।  की प्रेरर्णा देे, नई प्रतिर्ताभांाओं को प्रोत्सातिहर्ता करे, भांारर्ता र्मं सृजनात्र्मकर्ताा और
                                                                                                     �
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          र्मुझेे 2011 का वह सर्मर्य र्यादे है जब भांपूेन देा का तिनधान हुआ। र्मने टेीवी   कलीात्र्मक उत्कृष्टेर्ताा को बढ़ाावा देे। र्मरी बहर्ता-बहर्ता शभांकार्मनाए। n
                                                                                            ु
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