Page 41 - NIS Hindi 01-15 October, 2025
P. 41

फ्लेैगविशेपो स्�च्छ भाा�� विमशेन केे 11 �ष ष










        स्वच्छतीा





        �े विनकेला �ंपन्नता



        केा नयाा मीागव




        नागटिरके जी�न मीं �ंपन्नता आंती हैै
                                              े
                              ु
           ु
        खाशहैाली �े... और खाशहैाल जी�न के
        जिलए पहैला पड़ ी ा� हैोता हैै मीूलभाूत जरूरतं
                                   ू
              ू
        केी पर्पित। लगभाग 11 �र्षव प�व दश केी 60%
                                       े
        आंबादी शौचालया केी �ुवि�धाा �े भाी �विचत
                                             ं
        थी। ऐ�े मीं 2014 �े दश मीं एके नई शुरुआंत
                             े
        हुई और लाल विकेले केी प्राचीर �े स्�च्छाता
                               ं
        केा आंह्वाान एके जनआंदोलन बन गयाा।
        गांधाी जयाती पर 2 अक्टूबर 2014 �े शुरू
                                ू
                  ं
        हुई एके �ाधाारण �ी विदखाने �ाली याहै पहैल
                े
        आंज के�ल एके नहैं, बखिल्के तीन-तीन स्तर
        (वित्रीस्तरीया) के प्रभाा� केा प्रतीके बन गई हैै,
                     े
             े
        जो के�ल स्�च्छाता तके �ीविमीत नहैं रहैी,
        बखिल्के पहैले पड़ ी ा� �े आंगे विनकेलकेर स्�स्थ,

        �शक्त नागटिरके जी�न के �ाथ-�ाथ बन
                                 े
                         ं
                    े
        गई हैै केचर �े केचन बनाने �ाली उद्यविमीता,
             व
        स्टूाटूअप और आंत्मीविनभावरता केी विमी�ाल…
                  कसर, ऐसा होर्ताा है तिक तिकसी र्योजना का लीाभां उद्देेश्र्य की   जरूर र्यादे तिकर्या जाएगौा। स्वच्छो भांारर्ता इस सदेी र्मं देतिनर्या का सबसे बड़ेा
                                                                                                ु
                                                                                            े
                  पूूतिर्ताम र्मात्रा से ही पूूर्ण हो जार्ताा है तिफर उस र्योजना की गौतिर्ता   और सबसे सफली जन भांागौीदेारी वालीा, जन नर्ताृत्व वालीा, जन-आ�देोलीन
                               म
                                           े
        अ र्म�दे पूड़े जार्ताी है र्या ब�दे हो जार्ताी है लीतिकन, र्यह तिनतिवमवादे   है। अगौर बीर्ताे 11 वषाम के स्वच्छो भांारर्ता तिर्मशन की र्यात्राा को देेखं र्ताो सही
                                                    े
                                                     े
        सत्र्य है तिक जब तिकसी र्योजना की बागौडोर नागौरिरक अपूने हाथां ली लीर्ताे ह  ं  अथां र्मं स्वच्छोर्ताा एक जनशल्किक्र्ता के साक्षाात्कार का पूवम बन गौर्या है।
        र्ताो उसका पूरिरर्णार्म वर्तामर्मान पूीढ़ाी र्ताक ही नहं रहर्ताा, बल्कि�क सतिदेर्यं र्ताक   इस र्यात्राा र्मं स्वच्छो भांारर्ता तिर्मशन केवली आदेर्ता र्मं बदेलीाव से लीेकर
        अर्ध्र्यर्यन का तिवषार्य बन जार्ताी है। ऐसी ही एक र्योजना भांारर्ता के नागौरिरकं   व्र्यवहारगौर्ता पूरिरवर्तामन र्ताक ही सीतिर्मर्ता नहं रहा है, बल्कि�क नागौरिरकं क  े
        की गौरिरर्मार्मर्य जीवन के साथा-साथा स�पून्नर्ताा की पूथा-प्रदेशमक बन गौई   जीवन को स्वस्था बनाने और सार्मातिजक-आतिथामक तिवकास के साथा-साथा
        है। र्यह ऐसा अतिभांर्यान बन गौई है तिक एक हजार साली बादे भांी, जब 21वं   र्मानतिसकर्ताा र्मं पूरिरवर्तामन लीाकर तिबजलीी उत्पूादेन, स्टेाटेडअपू, कचरे स  े
        सदेी के भांारर्ता का अर्ध्र्यर्यन होगौा, र्ताो उसर्मं स्वच्छो भांारर्ता अतिभांर्यान को   कंचन बनाने का र्मागौम प्रशस्र्ता करने वालीा कदेर्म तिस� हुआ है।



                                                                                    न्यूू इंंडि�यूा समााचाार | 1-15 अक्टूूबर 2025 39
   36   37   38   39   40   41   42   43   44   45   46