Page 11 - NIS Hindi February 01-15,2023
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आ्रण कथवा      पोषक अनवाज: अग्णी भवारत






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              पोषक अिाज वष्ष: प्रस्ाव को 72 दशों का समथ्षि




















               मोटे अनाज (ज्वार, बाजरा, रागी आकद) सबसे पुराने भोजय पदाथ्ण हैं, कजनके बारे में मान्वजाकति

               को सबसे पहले पतिा चला था। मोटे अनाज ऐसी पहली फसल हैं, कजनकी ितिी भारति में की जाने
                                                                                     े
               लगी थी। ऐसे कई प्रमाण कमले हैं, कजनसे पतिा चलतिा है कक कसंधु घाटी सभयतिा के दौरान मोटे

               अनाजों को िाया जातिा था। मोटे अनाज के इसी महत्व को पहचान कर लोगों को पोषक भोजय
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               पदाथ्ण उपलबध कराने और ््वदेशी ्व ्वसश्वक मांग का सृजन करने के क्रम में प्रधानमंत्ी नरेंद्र
               मोदी की पहल पर भारति सरकार ने संयुकति राष्ट् महासभा में ्वष्ण 2023 को अंतिरराष्ट्ीय पोषक

               अनाज ्वष्ण के रूप में घोकषति कराने में अग्णी भूकमका कनभाई। भारति के इस प्र्तिा्व को 72 देशों
               ने समथ्णन कदया और माच्ण 2021 में ही संयुकति राष्ट् ने ्वष्ण 2023 को अंतिरराष्ट्ीय पोषक अनाज

               ्वष्ण के रूप में घोकषति कर कदया।






                                                                 अंिििाषट्रलीर पोषक अनाज वषया का प्रसिाव किना औि कई अनर
            मैं 2023 के अंतरराष्ट्ीय वर्ष के शुभारंभ के नलए      ्ोटे पैमाने कली नलीनिरां।

           संयुकत राष्ट् और खाद्य एवं कृनर संगठि को ब्धाई        कोनवि महामारी और मोटे अिाज का महतव

          ििा चाहता हं। मैं उि नवनभन्न सि्य राष्ट्ों की भी       कोनवि महामािली ने सभली को सवास्थर व पोषण सुिक्ा के महतव
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           सराहिा करता हं नजनहोंिे बाजरा के अंतरराष्ट्ीय         का अहसास किारा है। िलीन-सली रानली कोनवि, कॉसन्लकट
           वर्ष को नचननित करिे के हमारे प्र्ताव का समथि्षि       (संघषया) औि कलाइमेट (जलवारु) ने, नकसली न नकसली रूप
                                                                 में खाद्य सुिक्ा को प्रभानवि नकरा है। ऐसे में खाद्य वसिुओं में
             नकया। बाजरे का गौरवशाली इनतहास रहा है।
                                                                 पोषकिा का समावेश होना अतरंि आव्रक है। अंिििाषट्रलीर
           वह अतीत में एक महतवपयूण्ष खाद्य स्ोत रहे हैं लेनकि    पोषक-अनाज वषया मनाए जाने से नमलेटस कली घिेलू एवं वैस्वक

             अब समय की मांग है नक उनहें भनवष्य के नलए            खपि बढ़ेगली, नजससे िोजगाि में भली वृनधि होगली एवं अथयावरवसथा
                   भोजि का नवकलप बिाया जाए”                      औि मजबूि होगली। भाििलीर पिंपिा, संसकृनि, चलन, सवाभानवक

                      - िरेंद्र मोिी, प्र्धािमंत्री              उतपाद व प्रकृनि द्ािा जो कु् भली नदरा गरा है, वह ननस्चि
                                                                 रूप से नकसली भली मनुषर को सवसथ िखने में परिपूणया है, लेनकन




                                                                                 न्यू इंडि्ा समाचार   1-15 फरवरी 2023  9 9
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