Page 11 - NIS - Hindi, 01-15 January 2023
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आवरर कथा      शवकास और शवरासत




            हैं। इतना हली नहीं, आजादली के बाद पहलली बाि कितािपुि
            सानहब कॉरििोि खुला है, हेमकुंि सानहब िोपवे से जुड़ने      भारि क ललए धम्म का अर ह,
                                                                               े
                                                                                                       ्म
                                                                                                          ै
            जा िहा है। इसली तिह, सवदेश दशयान औि प्रसाद रोजना से
            देशभि में िाषट्र कली आधराशतमक चेतना के ऐसे नकतने हली     हमारे कि्मव्यों का सामूहहक
            केंद्ों का गौिव पुनस्ायानपत हो िहा है।                   संकल्प! हमारे संकल्पों का
               इसली  कड़ली  में  हाल  हली  में  भवर  ‘महाकाल  लोक’  भली   ध्य ह, विश्व का कल्ाण,
                                                                         े
                                                                              ै
            अतलीत के गौिव के सा् भनवषर के सवागत के नलए तैराि
            है। उत्ति से दनक्ण तक, पूिब से पशशचम तक अपने प्राचलीन    मानि मात् की सेिा।
            मंनदिों को देखते हैं, तो उनकली नवशालता, उनका वासतु सभली   - नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्ी

                                              या
            को आशचर से भि देता है। कोणाक्क का सूर मंनदि हो रा
                     या
            महािाषट्र में एलोिा का कलाश मंनदि, रह नवशव में सबको
                               रै
                                    या
            नवशसमत किता है। कोणाक्क सूर मंनदि कली तिह हली गुजिात
            का मोढेिा सूर मंनदि भली है, जहां सूर कली प्र्म नकिणें
                                          या
                        या
            सलीधे गभयागृह तक प्रवेश कितली हैं। इसली तिह, तनमलनािू के
            तंजौि में िाजािाज चोल द्ािा बनवारा गरा बृहदेशवि मंनदि
            है। कांचलीपुिम में विदिाजा पेरुमल मंनदि है, िामेशविम में
            िामना् सवामली मंनदि है। बेलूि का चन्नकेशवा मंनदि है,
            मदुिई का मलीनाक्ली मंनदि है, तेलंगाना का िामपपा मंनदि है,

            श्लीनगि में शंकिाचार मंनदि है। ऐसे नकतने हली मंनदि हैं, जो
                            या
            बेजोड़ औि कलपनातलीत हैं, ‘न भूतो न भनवषरनत’ के जलीवंत
            उदाहिण हैं। इन मंनदिों के आधराशतमक सांसकृनतक संदेश
            हमें उतनली हली सपषटता से आज भली सुनाई देते हैं। जब पलीनढ़रां
            इस नविासत को देखतली हैं, उसके संदेशों को सुनतली हैं, तो
            एक सभरता के रूप में रह भाित कली ननिंतिता औि अमिता
            का जरिरा बन जाता है। रह नदखाता है नक भाित केवल एक

            िाषट्र नहीं, बशलक संसकृनत औि नवचाि भली है।
            गु्ामी की पहचान से मुक्त का अवसर
            अतलीत  में  ऐसे  अनेकों  प्ररास  हुरे,  परिशस्नतरां  बदलीं,
            सत्ताएं बदलीं, भाित का शोषण भली हुआ, आजादली भली गई।
                                          ै
            इलतुतनमश जैसे आक्मणकारिरों ने उज्न कली ऊजाया को भली
            नषट किने के प्ररास नकरा। लेनकन भाित अपनली आस्ा के         के नलए हि संभव प्ररास। सांसकृनतक वैभव से जुड़े स्लों
            इन प्रामानणक केंद्ों कली ऊजाया से नफि पुनजजीनवत हो उ्ठा है।   कली ननिंति समलीक्ा औि समरबद्ध तिलीके से नवकास कली

            आज एक बाि नफि, आजादली के इस अमृतकाल में अमि               गनत का हली परिणाम है नक इन स्लों कली रात्रा कली सुगमता
            अवंनतका भाित के सांसकृनतक अमितव कली घोषणा कि िहली         के नलए लगाताि प्ररास हो िहे हैं। आजादली के 75 वषया पूणया
                   ै
            है। उज्न जो हजािों वषषों से भाितलीर कालगणना का केंद्      होने पि प्रधानमंत्रली निद् मोदली ने लाल नकले कली प्राचलीि से
                                                                                       ें
            नबन्दु िहा है, वो आज एक बाि नफि भाित कली भवरता के         पंच प्राण का आह्ान नकरा, नजसमें गुलामली कली माननसकता
            एक नए कालखंि का उदघोष कि िहा है।                          से पूिली तिह मुशकत उसका महतवपूणया अंग है। लेनकन रह
               21वीं सदली के नवकनसत भाित के ननमायाण के दो प्रमुख      प्रश्न सवाभानवक है नक आजादली के इतने वषषों के बाद नकसली
            सतंभ हैं। पहला, अपनली नविासत पि गवया औि दूसिा, नवकास      प्रधानमंत्रली  को  ऐसा  करों  कहना  पड़ा?  प्रधानमंत्रली  निद्
                                                                                                                ें




                                                                                     न्यू इंडि्ा समाचार   1-15 जनवरी 2023  9
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