Page 9 - NIS - Hindi, 01-15 January 2023
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आवरर कथा     शवकास और शवरासत







                         िष्य 2023 की शुरुआत नए भारत की समृवद् के साथ हो रही है। सांसकवतक विरासत
                                                                                         कृ
                   पर गि्य करता भारत अपने अद्भुत गौरिशाली इवतहास के साथ ित्यमान में नए आयाम जोड़ते हुए
                  सुनहरे भविष्य की पटकथा वलख रहा है। प्रधानमंत्ी ने लाल वकले की प्राचीर से विरासत पर गि्य का

                  जो संकलप वलया था, िह साकार हो रहा है और नए भारत में नई सोच का उदय हो रहा है। भारत को
                                                            कृ
                                           कृ
                  विकवसत राष्ट्र बनाने के कत संकलप में सांसकवतक विरासत एक महतिपूर््य अधयाय है, वजस वदशा
                 में प्रयत्नशील भारत ने अतीत के गौरि के साथ भविष्य का सिागत करने की एक नई शुरुआत की है।
                  अब सांसकवतक विरासत की समृवद् राष्ट्र की प्रार् िायु बनी है कयोंवक वकसी भी राष्ट्र की सफलता
                            कृ
                                                                          कृ
                                         का पररचायक होता है उसका सांसकवतक िैभि…।
                  नििष्य के पहले अंक में आइए जानते हैं कैसे अमृत काल में विकवसत भारत का सपना साकार करने
                                                    कृ
                           के वलए भारत अपनी सांसकवतक विरासत और गौरि को नई भवयता दे रहा है...
























                                                                                      ित चल पड़ा है, ननकल पड़ा है… खोरा
                                                                                      हुआ  सममान  वापस  नदलाने।  भाित
                                                                                      कली संसकृनत को नई पहचान नदलाने
                                                                     भा करोंनक  िाषट्रलीर  एकता  हो  रा  नफि

                                                                      नागरिक  कतयावर  बोध,  इसमें  हमािली  सांसकृनतक  नविासत
                                                                      कड़ली का काम कितली है। रहली वो मजबूत कड़ली है, जो देश
                                                                      को हली नहीं, बशलक पूिली दुननरा को भली भाित से जोड़तली है।
                                                                      भाित कली सांसकृनतक धिोहि के संिक्ण, हमािली नविासत
                                                                      एवं कलाकृनतरों को वैशशवक पहचान नदलाने हेतु प्रनतबद्ध
                                                                                 ें
                                                                      प्रधानमंत्रली निद् मोदली के नेतृतव वालली सिकाि के ननिंति
                                                                      प्ररास से आज भाित अपनली खोई हुई नविासत, अपने गौिव

                                                                      को नई भवरता दे िहा है करोंनक नए भाित ने ्ठाना है नक एक
                                                                      सूर उगाना है, अंबि से भली ऊंचा जाना है।
                                                                         या
                                                                        अरोधरा  में  िाम  मंनदि  का  ननमायाण,  काशली  में  बाबा
                                                                      नवशवना् कॉरििोि, उज्न में महाकाल लोक कॉरििोि,
                                                                                          ै
                                                                      नहमालर पि केदािना् धाम का पुननवयाकास, चािों धाम




                                                                                     नरू इंनिरा समाचार   1-15 जनवरी 2023  7
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