Page 13 - NIS Hindi 01-15 March 2022
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आिि्ण कथा    नािी िक्ि






             भार्तीय संसकह्त में िारी सममाि की संपूण्ग्ता मात् इस एक शलरोक से िी सपष्ट िरो जा्ती िै। महिला शकक्त के
                          कृ
            हबिा हकसी राष्ट्र की समृहद्ध की कलपिा भी ििीं की जा सक्ती। ऐसे में केिल िारी उतथाि ििीं, िारी के ि्तृति
                                                                                                       े
            में हिकास की दृकष्ट बी्ते चंद िषषों में राष्ट्र की िीह्त बिी िै। साथ िी, इसमें केंद्र सरकार की संिेदिशील सरोच िे
            समाज में जि-जि करो जागृ्त भी हकया िै और अब बेहटयां अहभमाि बिकर उभर रिी िैं। लरोग अब बेहटयों करो

             आतमहिभ्गर्ता की उड़ाि भर्ते देखिा चाि्ते िैं। यिी िजि िै हक नयू इंहडया में आज देश की बेहटयां िर क्ेत् में
           अपिा परचम फिरा रिी िै। आइए जाि्ते िैं हक आजादी के अमृ्त मिरोतसि िष्ग में जब दुहिया अं्तरराष्ट्रीय महिला
             हदिस (8 माच्ग) मिा रिी िै ्तरो महिला शकक्त की आकांक्ाओं करो कैसे िए भार्त में हमल रिी िै िई उड़ाि...









                                                                           बदों में लपऱोई गई ये चंद पंशकतयां नए भारत की अमृत
             बेटियों को टिलने दो,                                          यात्रा का यथाथति बन रही हैं। समग् दृशष्टक़ोण के
                                                                           साथ मलहिा शशकत क़ो केंद्रीय भूलमका में िाने के
             उन्हें ्हंसने दो, मुसकराने दो।                   श केंद्र सरकार के अथक प्यासों का ही पररणाम है लक
             उन्हें भी पढ़ने दो,                               आज राजपथ पर गणतंत्र लदवस परेड का नेतृतव ह़ो या सबसे आधुलनक

             आसमान अपने नाम करने दो।                          िड़ाक लवमान राफेि उड़ाना या म़ोचचे पर दुशमनों से मुकाबिा करना या
                                                                   कू
             संवर उठेगा समाज,                                 खेि जगत के क्त्र में देश का नाम ऱोशन करना या लफर सवऱोजगार के
                                                                         े
             जब बेटियों को टमलेगी शक्ति।                      अवसरों का िाभ उठाकर बराबरी के साथ देश की आलथतिक तरककी क़ो
             बढ़ेगा देश,                                       संबि देना, मलहिा शशकत पुरुषों के साथ लसफ्क कंधे से कंधा लमिाकर

             जब साथ ्होगी आतमटनभ्भर नारी शक्ति।               नहीं बशरक उनसे कहीं आगे लनकि राषट् का अलभमान बन रही हैं।।
                                                              मलहिाओं ने अपनी अद्भूत क्मता से यह सालबत कर लदखाया है लक अगर
             बेटियों की आगे बढ़ने की ललक                       उनहें समान अवसर लमिे त़ो लसफ्क घर ही नहीं, एक समृद्ध, गौरवशािी

             अब पूरी ्हो र्ही ्है।                            राषट् का भी लनमातिण कर सकती हैं।
             कुछ कर टदिाने के जजबे को                           अंतरातिषट्ीय  मुद्रा  क़ोष  की  ररप़ो्ट्ड  के  मुतालबक  पुरुषों  के  समान
             अब जमीन टमल र्ही ्है।                            मलहिाओं की कायतिबि में लहससेदारी से भारत की जीडीपी में 27 प्लतशत

             सेना  ्हो या सिाि्टअप,                           की बढ़ोतरी ह़ो सकती है। यलद 50 प्लतशत कुशि मलहिाएं कायतिबि में
             ओलंटपक ्हो या ररसर   ्भ                          शालमि ह़ोती हैं, त़ो लवकास दर 1.5 प्लतशत बढकर 9 प्लतशत प्लत वषति
                                                              ह़ो सकता है। नए भारत में मलहिाओं क़ो श्म बि में शालमि लकए जाने
             या टिर आइिी इनोवेशन,                             की आवशयकता ही है लक केंद्र सरकार लनरंतर मलहिाओं क़ो समानता
             बेटियों का ्हो र्हा ्है आटथ्भक                   के अवसर और सुरलक्त वातावरण देने के लिए नए संकरपों के साथ

             सश्तिीकरण,                                       लनत नई-नई पहि कर रही है। लकसी भी संकरप के साथ साधना जुड़
             गव्भ कर र्हा ्है पूरा राष्ट्र।                   जाती है और मानव मात्र के साथ ममभाव जुड़ जाता है त़ो एक नए
             ्हर बंधन ्हर बाधा को पार करो,                    कािखंड का जनम ह़ोता है, नया सवेरा ह़ोता है। ‘सबका साथ, सबका

             कोई रुकावि तिुम्हें न्हीं रोक सकतिी।             लवकास,  सबका  लवशवास  और  सबका  प्यास’  यही  अमृतभाव  आज
                                                              अमृत मह़ोतसव में नए भारत के लिए उमड़ रहा है। इसी कततिवयभाव से
             देश को नई ऊंराई पर ले जाएगी                      कऱोड़ों देशवासी आज सवलणतिम भारत की नींव रख रहे हैं। हमसे ही राषट्
             ्हमारी बेटियों की सामूट्हक शक्ति।                का अशसततव है, और राषट् से ही हमारा अशसततव है। ये भाव नए भारत के

                                                              लनमातिण में भारतवालसयों की सबसे बड़ी ताकत बन रहा है। केंद्र सरकार





                                                                                    न्यू इडिया समाचार | 1-15 माच्च 2022  11
                                                                                      ं
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