Page 9 - NIS Hindi 01-15 March 2022
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श्रदांजपल लिा मंगेिकि
ता दीदी सवगतिि़ोक के लिए प्सथान कर चुकी हैं।
यह भारतीय लफरम उद़्ोग के मधुर युग का अंत है।
ि उनकी भावपूणति आवाज पूरे देश में गूंजी और देश में
िाखों लदि जीते। अपने प्शंसकों द्ारा 'सवर क़ोलकिा' के रूप में
बुिाए जाने पर, िता दीदी ने उनके साथ एक लवशेष अमूतति ररशता
साझा लकया। िता दीदी क़ो पीएम म़ोदी से भी बेहद िगाव था। जब हप्ता िे पिली बार गा्ते सुिा
पीएम म़ोदी और िता दीदी का जनमलदन का महीना एक ही है। लता मंगेशकर का जनम 28 सितंबर 1929 को इंदौर में
वह पयार से प्धानमंत्री म़ोदी क़ो ‘नरेंद्र भाई' कहकर बुिाती थीं। हुआ। उनके सिता दीनानाथ मंगेशकर खुद भी गाते थे और
वषति 2013 में, जब पीएम म़ोदी गुजरात के मुखयमंत्री थे, िता दीदी ड्ामा कंिनी चलाते थे। कई छात्रों को िंगीत की सशक्ा भी
और उनके पररवार ने पुणे में एक सुपर-सपेलशयलि्टी हॉशसप्टि का देते थे। एक इंटरव्यू में लताजी ने कहा था, “ एक बार मेरे
उदघा्टन करने के लिए उनहें आमंलत्रत लकया था। असपताि िता सिताजी अिने शासगद्द को िंगीत सिखा रहे थे। उनहें शाम
दीदी के लदि के बहुत करीब था कयोंलक इसे उनके लदवंगत लपता को कहीं जाना िड़ ग्ा तो उनहरोंने शासगद्द िे कहा सक तुम
यू
दीनानाथ मंगेशकर की याद में बनाया गया था। कायतिक्रम के दौरान अभ्ाि करो मैं आता हं। मैं बालकनी में बैठे शासगद्द को
िुन रही थी। मैं उिके िाि गई और कहा सक ्े बंसदश
िता दीदी ने कहा था, 'मैं भगवान से प्ाथतिना करती हूं लक हम नरेंद्र तुम गलत गा रहे हो। मैंने उिको वो बंसदश गाकर िुनाई।
भाई क़ो पीएम के रूप में देखें।' इतनी देर में सिताजी आ गए और मैं वहां िे भागी। उि
वह हर साि रक्ा बंधन के शुभ अवसर पर अपने 'नरेंद्र भाई' क़ो वकत मैं 5 िाल की ही थी और सिताजी को नहीं िता था सक
यू
शुभकामनाएं देती थीं। अपने एक वीलडय़ो संदेश में िता दीदी ने इस मैं गाती भी हं। शासगद्द के जाने के बाद सिताजी ने मां िे
बात पर दु:ख वयकत लकया था लक वह क़ोलवड महामारी के कारण कहा सक अिने घर में गवै्ा बैठा है और हम बाहर वालरों
पीएम म़ोदी क़ो राखी नहीं भेज सकीं। उनहोंने कहा था - ''नरेंद्र को सिखा रहे हैं। अगले सदन सिताजी ने मुझे िुबह 6 बजे
भाई, मैं राखी के अवसर पर आपक़ो बधाई देना और प्णाम कहना उठाकर तानिुरा थमा सद्ा।
चाहूंगी। मैं राखी नहीं भेज सकी और हर क़ोई इसका कारण जानता
है।” इस पर पीएम म़ोदी ने जवाब लदया था लक ''उनका हालदतिक
े
संदेश अनंत प्रणा और ऊजाति देता है। आप सवसथ रहें और दीघातियु
हों, यही मेरी ईशवर से प्ाथतिना है।''
वषति 2019 में मन की बात के एक लदिचसप एलपस़ोड में पीएम
म़ोदी ने राषट् के साथ ्टिीफ़ोन पर एक बातचीत साझा की थी, ज़ो
े
उनहोंने अमेररका की यात्रा पर जाने से पहिे िता दीदी के साथ की
थी। उनहोंने इस खुशनुमा बातचीत क़ो ''यह एक ़्ो्टे भाई की तरह
अपनी बड़ी बहन से पयार से बात करने जैसा'' कहा था। अहभिय से ्तय हकया गायकी का सफर
पीएम म़ोदी ने भी इसी बातचीत में िता दीदी के साथ अपने लनजी बात वर 1943-44 के आििाि की है। कोलहािुर में एक सिलम
्द
संबंधों का लजक्र लकया। उनहोंने याद लकया लक जब भी उनहें उनसे की शयूसटग चल रही थी और इि वकत की मशहयूर गास्का
ं
यू
लमिने का अवसर लमिा त़ो उनहोंने (िता दीदी) हमेशा गुजराती नरजहां गानरों की ररकॉस्डिंग के सलए वहां आई थीं। उिी सिलम
वयंजन लखिाया। में एक छोटी बच्ी भी रोल कर रही थी। सिलम के सनमा्दता न े
यू
इसी बातचीत में वे कहते हैं,''शायद ही क़ोई ह़ोगा ज़ो िता नरजहां िे बच्ी का िररच् करवाते हुए बोला सक ्े लता ह ै
यू
मंगेशकर जी के प्लत अतयलधक सममान न रखता ह़ो। वह हममें से और ्े भी गाना गाती है। नरजहां बोलीं, अचछा तो कुछ िुनाओ।
यू
अलधकांश से बड़ी हैं और देश में लवलभन्न युगों की गवाह रही हैं। लता ने शास्त्ी् िंगीत िे िजा एक गाना िुना्ा। नरजहां िुनती ं
यू
गईं और लता गाती गईं। बच्ी के गाने िे खुश होकर नरजहा
हम उनहें 'दीदी' कहकर संब़ोलधत करते हैं। इस पर िता दीदी ने बोलीं सक बहुत अचछा गाती हो, रर्ाज करती रहना। रोजी-रोटी
कहा था, ''यहां तक लक आप (पीएम म़ोदी) भी नहीं जानते लक के सलए सिलमरों में छोटे-मोटे रोल करने वाली ्े बच्ी आगे चल
आप वासतव में कया हैं। मुझे पता है लक आपके आने से भारत की कर िुररों की मसलका लता मंगेशकर बनीं।
न्यू इडिया समारार | 1-15 मार 2022 7
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