Page 20 - NIS Hindi september 01-15, 2022
P. 20
रेाष्ट् नायकों को नमन…
्य
प्धञानमंत्री मोिी ने अमृत वर् में उन महञान सेनञाननर्यों कञा
े
्य
स्मरण कर भञारत क उस सञामर्थ की अनुभूकत करञाई,
े
े
शजसने कभी सूरज अस्त नहीं होने वञाली अंग्जी हुकमत क
ू
े
कवरूद्ध रञाष्ट क चेतनमन को ककर्ञा थञा तैर्ञार...
n आजादी की जंग में गुलामी का पूरा कालखंड संघषया में बीता है।
कहंदुस्तान का कोई कोना ऐसा नहीं था, कोई काल ऐसा नहीं था,
जब देिवाकसयों ने सैकड़ों सालों तक गुलामी के कखलाफ जंग
न लड़ी हो। जीवन न खपाया हो, यातनाएं न झेली हो, आहूकत न
दी हो। आज हम सब देिवाकसयों के कलए ऐसे हर महापुरूष को
नमन करने का अवसर है।
n हम सभी देिवासी कृतज् है, पूज्य बापू के, नेता जी सुभाष चंद्र
बोस के, बाबा साहेब अंबेडकर के, वीर सावरकर के, कजन्होंने
कतयाव्य पथ पर जीवन को खपा कदया। कतयाव्य पथ ही उनका
जीवन पथ रहा।
े
n यह दि कृतज् है, मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत कसंह, सुखदेव,
राजगुरू, चंद्रिेखर आजाद, अिफाक उ्कला खां, राम प्रसाद
कबल्स्मल और अनकगनत ऐसे हमारे रिांकत वीरों का, कजन्होंन े ये देश िा सरौभाग्य रहा है कि
अंग्जी हुकमत की नींव कहला दी थी। यह राष्ट् कृतज् है, रानी आजादी िी जंग में एि रूप िो भी
े
कू
लक्षमीबाई, झलकारी बाई, दगाया भाभी, रानी गाइकदन््कय, रानी चेनम्मा, था कजसमें नारायण गुरू, स्िामी
ु
ू
बेगम हजरत महल और वेलु नाकच्चयार जैसी उन वीरांगनाओं का, किििानंद, महकर्मा अरकिंदो, गुरुदि
े
े
कजन्होंने बताया कक भारत की नारी िल्क्त क्या होती है।
े
रकिंद्र नाथ टैगोर जैसे अनि
n भारत की नारी त्याग और बकलदान की क्या पराकाष्ठा कर महापुरुर् कहंदुस्तान िे हर िोने में,
सकती है, वैसी अनकगनत वीरांगनाओं का स्मरण करते हुए हर हर गाि में भारत िी चेतना िो
ं
कहंदुस्तानी गवया से भर जाता है। आजादी की जंग लड़ने वाले और जगाते रहे। भारत िो चेतनमन
आजादी के बाद देि बनाने वाले डॉ. राजेंद्र प्रसाद हों, नेहरू हों,
सरदार व्कलभ भाई पटेल, श्यामा प्रसाद मुखजशी, लाल बहादुर बनाते रहे।
िास्त्ी, दीनदयाल उपाध्याय, जय प्रकाि नारायण, राम मनोहर
लोकहया, आचायया कवनाबा भावे, नाना जी देिमुख, सुब्रह्मण्यम –िरेंद्र मोदी, प्रधािमंत्ी
भारती जैसे अनकगनत महापुरुषों को आज नमन करने का
अवसर है।
18 न््ययू इंडि्या समाचार 1-15 डसतंबर 2022