Page 24 - NIS Hindi september 01-15, 2022
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सहकारेी संघवाद, नए


         भारेत की पहचान


        रञाष्ट की प्गकत में कद्र और रञाज्य कञा नमलकर कञाम करनञा
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        महत्वपण ह। अमृत कञाल में कवकशसत भञारत बनञाने को
        संकल्पित रञाष्ट क नलए संघीर् ढञांचे की भञावनञा कञा सम्ञान और
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                                                               ै
        सञाथ लकर चलनञा ही नए भञारत की आधञारशिलञा बन सकती ह...






                                                                     हम सजि प्रकार िे िंकल्प को लेकर
                                                                     चल पड़टे है दुसिया इिे देख रही है,

                                               ूं
        n  · संघीय ढांचे की भावनाओं का आदर करते हुए हम कधे           और आसखरकार सवश्व भी उम्मीदें
              ूं
          से कधा कमलाकर इस अमृतकाल में चलेंगे तो सपने                लेकर जी रहा है।
          साकार होकर रहेंगे। काययारिम कभन्न हो सकते हैं,
          काययािैली कभन्न हो सकती है लेककन संक्कप कभन्न नहीं
          हो सकते, राष्ट् के कलए सपने कभन्न नहीं हो सकते।            उम्मीदें पूरी करिे का िाम्थ्य्ष कहां
                                                                     पड़ा है वो उिे सदखिे लगा है। मैं इिे
        n  ·जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्ी था। केंद्र में हमारे कवचार   त्ी- शस्क्त के रूप में देखता हूं।
          की सरकार नहीं थी, लेककन मेरे गुजरात में हर जगह
          पर मैं एक ही मंत् लेकर चलता था कक भारत के कवकास
          के कलए गुजरात का कवकास। भारत का कवकास हम
          कहीं पर भी हों, हम सबके मन मल्स्तष्क में रहना
          चाकहए।

        n  ·हमारे देि के कई राज्य हैं, कजन्होंने देि को आगे बढ़ाने
          में बहुत भूकमका अदा की है, नेतृत्व ककया है, कई क्षेत्ों में   75 साल िा िालखंड कितना ही
                                                                                               ं
          अनुकरणीय काम ककए हैं। ये हमारे संघवाद को ताकत           शानदार रहा हो, कितने ही सिटों
          देते हैं। लेककन आज समय की मांग है कक सहकारी             िाला रहा हो, कितने ही चुनरौकतयों
          संघवाद के साथ-साथ सहकारी प्रकतस्पधायात्मक संघवाद        िाला रहा हो, उसि बािजूद भी
                                                                                       े
          की है, हमें कवकास की स्पधाया की जरूरत है।
                                                                  आज जब हम अमृतिाल म प्िेश
                                                                                               ें
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                                                                                           मा
        n  ·हर राज्य को लगना चाकहए कक वो राज्य आगे कनकल           िर रहे ह अगले 25 िर् हमारे देश ि      े
          गया। मैं इतनी मेहनत करूूंगा कक मैं आगे कनकल             कलए अत्यत महत्िपणमा है। हम इन पंच
                                                                                       ू
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          जाऊगा। उसने यह 10 अच्छे काम ककए हैं, मैं 15 अच्छे       प्ण िो लिर सारे सपने पूरे िरने िा
              ूं
                                                                             े
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          काम कर के कदखाऊगा। उसने तीन साल में पूरा ककया
          है मैं दो साल में कर के कदखाऊगा। सरकार की सभी           कजम्मा उठा िर चलना होगा।
                                ूं
          इकाइयों के बीच में वो स्पधाया का वातावरण चाकहए, जो
          हमें कवकास की नई ऊचाईयों पर ले जाने के कलए प्रयास       –िरेंद्र मोदी, प्रधािमंत्ी
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          करे।

          22  न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 डसतंबर 2022
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