Page 52 - NIS Hindi 01-15 July 2022
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राष्ट्र  प्रधनामंत्री का बलॉग














































          से झाड़कि किलीने से नबछातली थीं। हम लोग भली मां कली इस   मान देतली है। मुझे राद है, विनगि में हमािे घि के पास
          आदत का बहुत धरान िखते थे। आज इतने वषषों बाद भली        जो नालली थली, जब उसकली सफाई के नलए कोई आता था,
          मां नजस घि में िहतली हैं, वहां इस बात पि बहुत जोि देतली   तो मां नबना चार नपलाए, उसे जाने नहीं देतली थीं। बाद में
          हैं नक उनका नबट्ति जिा भली नसकुड़ा हुआ ना हो।           सफाई वाले भली समझ गए थे नक काम के बाद अगि चार
             हि काम में पिफैकशन का उनका भाव इस उम्र में भली      पलीनली है, तो वो हमािे घि में हली नमल सकतली है।

          वैसा का वैसा हली है। औि गांधलीनगि में अब तो भैरा का       मेिली मां कली एक औि अचछली आदत िहली है जो मुझे
          परिवाि है, मेिे भतलीजों का परिवाि है, वो कोनशश कितली   हमेशा राद िहली। जलीव पि दरा किना उनके संट्कािों में
          हैं नक आज भली अपना सािा काम खुद हली किें।              झलकता िहा है। गमती के नदनों में पनक्रों के नलए वो नमट्ली
             साफ-सफाई को लेकि वो नकतनली सतक्फ िहतली हैं, रे      के बतयानों में दाना औि पानली जरूि िखा कितली थीं। जो
          तो मैं आज भली देखता हूं। नदललली से मैं जब भली गांधलीनगि   हमािे घि के आसपास ट्रिलीट िॉगस िहते थे, वो भूखे ना
          जाता हूं, उनसे नमलने पहुंचता हूं, तो मुझे अपने हाथ से   िहें, मां इसका भली खराल िखतली थीं।
          नम्ठाई जरूि नखलातली हैं। औि जैसे एक मां, नकसली छोटे       नपताजली अपनली चार कली दुकान से जो मलाई लाते थे,
          बच्चे को कुछ नखलाकि उसका मुंह पोंछतली है, वैसे हली     मां उससे बड़ा अचछा घली बनातली थीं। औि घली पि नसफ्फ
          मेिली मां आज भली मुझे कुछ नखलाने के बाद नकसली रुमाल    हम लोगों का हली अनधकाि हो, ऐसा नहीं था। घली पि हमािे

          से मेिा मुंह जरूि पोंछतली हैं। वो अपनली साड़ली में हमेशा   मोहलले कली गारों का भली अनधकाि था। मां हि िोज, ननरम
          एक रुमाल रा छोटा तौनलरा खोंसकि िखतली हैं।              से गौमाता को िोटली नखलातली थली। लेनकन सूखली िोटली नहीं,
             मां के सफाई प्रेम के तो इतने नकट्से हैं नक नलखने में   हमेशा उस पि घली लगा के हली देतली थीं।
          बहुत वकत बलीत जाएगा। मां में एक औि खास बात िहली           भोजन को लेकि मां का हमेशा से रे भली आग्ह िहा है
          है। जो साफ-सफाई के काम किता है, उसे भली मां बहुत       नक अन्न का एक भली दाना बबायाद नहीं होना चानहए। हमािे





          50  न्यू इंडि्ा समाचार   1-15 जुलाई 2022
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