Page 54 - NIS Hindi 01-15 July 2022
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राष्ट्र  प्रधनामंत्री का बलॉग










                                                       ैं
              मेररी मां मजिनरी सामान्य ह, उिनरी हरी असाधारण भरी। ठरीक
                                                    ै
                                                                                            े
             िैसे हरी, जैसे हर मां होिरी ह। आज जब मैं अपनरी मां क बारे में
             मलि रहा ह, िो पढ़िे हए आपको भरी लग सकिा ह वक अरे,
                                                                                          ै
                               ं
            मेररी मां भरी िो ऐसरी हरी ह, मेररी मां भरी िो ऐसा हरी वकया करिरी
                                                 ैं

               ह। ये पढ़िे हए आपक मन में अपनरी मां की छवि उभरेगरी।
                 ैं
                                              े





          नक मेिली मां आ िहली हैं। उसली समर अचानक मौसम भली       भली था करोंनक एकता रात्रा के दौिान फगवाड़ा में एक

          बहुत खिाब हो गरा था। रे देखकि कुछ लोग केदािघाटली       हमला हुआ था, उसमें कुछ लोग मािे भली गए थे। उस
          से नलीचे कली तिफ चल पड़े। वो अपने साथ में कंबल भली      समर मां मुझे लेकि बहुत नचंता में थीं। तब मेिे पास दो
          ले गए। वो िाट्ते में बुजुगया मनहलाओं से पूछते जा िहे थे   लोगों का फोन आरा था। एक अक्िधाम मंनदि के श्धिेर
          नक करा आप निद् मोदली कली मां हैं? ऐसे हली पूछते हुए वो   प्रमुख ट्वामली जली का औि दूसिा फोन मेिली मां का था। मां
                       ें
          लोग मां तक पहुंचे। उनहोंने मां को कंबल नदरा, चार       को मेिा हाल जानकि कुछ तसललली हुई थली।
          नपलाई। नफि तो वो लोग पूिली रात्रा भि मां के साथ हली िहे।   दूसिली बाि वो सावयाजननक तौि पि मेिे साथ तब आईं
          केदािनाथ पहुंचने पि उन लोगों ने मां के िहने के नलए     थली जब मैंने पहलली बाि मुखरमंत्रली के रूप में शपथ लली
          अचछा इंतजाम नकरा। इस घटना का मां के मन में बड़ा         थली।  20  साल  पहले  का  वो  शपथ  ग्हण  हली  आनखिली
          प्रभाव पड़ा। तलीथया रात्रा से लौटकि जब मां मुझसे नमलीं   समािोह है जब मां सावयाजननक रूप से मेिे साथ कहीं

          तो कहा नक “कुछ तो अचछा काम कि िहे हो तुम, लोग          उपस्ट्थत िहीं हैं। इसके बाद वो कभली नकसली कारयाक्म में
          तुमहें पहचानते हैं।”                                   मेिे साथ नहीं आईं।
             अब इस घटना के इतने वषषों बाद, जब आज लोग मां            मुझे एक औि वाकरा राद आ िहा है। जब मैं सलीएम
          के पास जाकि पूछते हैं नक आपका बेटा पलीएम है, आपको      बना था तो मेिे मन में इचछा थली नक अपने सभली नशक्कों
          गवया होता होगा, तो मां का जवाब बड़ा गहिा होता है। मां   का सावयाजननक रूप से सममान करूं। मेिे मन में रे भली
          उनहें कहतली है नक नजतना आपको गवया होता है, उतना हली    था नक मां तो मेिली सबसे बड़ली नशक्क िहली हैं, उनका
          मुझे भली होता है। वैसे भली मेिा कुछ नहीं है। मैं तो नननमत्त   भली सममान होना चानहए। हमािे शाट्त्रों में कहा भली गरा

          मात्र हूं। वो तो भगवान का है।                          है माता से बड़ा कोई गुरु नहीं है- ‘नास्ट्त मातृ समो
             आपने भली देखा होगा, मेिली मां कभली नकसली सिकािली    गुरुुः’। इसनलए मैंने मां से भली कहा था नक आप भली मंच
          रा सावयाजननक कारयाक्म में मेिे साथ नहीं जातली हैं। अब   पि आइएगा। लेनकन उनहोंने कहा नक “देख भाई, मैं तो
          तक दो बाि हली ऐसा हुआ है जब वो नकसली सावयाजननक         नननमत्त मात्र हूं। तुमहािा मेिली कोख से जनम लेना नलखा
          कारयाक्म में मेिे साथ आई हैं।                          हुआ था। तुमहें मैंने नहीं भगवान ने गढ़ा है।” रे कहकि
             एक बाि मैं जब एकता रात्रा के बाद श्लीनगि के लाल     मां उस कारयाक्म में नहीं आई थीं। मेिे सभली नशक्क आए
          चौक पि नतिंगा फहिा कि लौटा था, तो अमदाबाद में हुए      थे, लेनकन मां उस कारयाक्म से दूि हली िहीं।
          नागरिक सममान कारयाक्म में मां ने मंच पि आकि मेिा          लेनकन मुझे राद है, उनहोंने उस समािोह से पहले
          टलीका नकरा था। मां के नलए वो बहुत भावुक पल इसनलए       मुझसे रे जरूि पूछा था नक हमािे कट्बे में जो नशक्क




          52  न्यू इंडि्ा समाचार   1-15 जुलाई 2022
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